Showing posts with label हिन्दी. Show all posts
Showing posts with label हिन्दी. Show all posts

 
दोस्तों कई बार  तुमने  देखा  होगा  कि  मोबाइल  साईट  कंप्यूटर  पर  खुल ति  नही  हें  
क्यू की  मोबाइल  साईट  की  कोडिंग  अलग  होती  हे  (  तो  चलो  इसे  कंप्यूटर  में  कैसे  ओपन  करें ) जान  लेते  हे  



नेट सर्फिंग के लिए क्या सुरक्षा के उपाय



इन दिनों घर-घर में इंटरनेट है। जिधर देखो क्या बच्चे क्या जवान सभी इंटरनेट सर्फिंग का मजा ले रहे हैं। लेकिन प्राय: लोग इंटरनेट सर्फिंग के दौरान अनजाने में ही किसी ऐसे साइट या मेल पर सर्फिंग करने लगते हैं, जो आपके कंप्यूटर को हानि पहुंचा सकते हैं। इसलिए इंटरनेट सर्फिग के दौरान हमेशा सावधान रहना चाहिए।न जाने किस साइट से और किस मेल के रूप में वॉयरस आपके कंप्यूटर को हानि पहुंचा दे। हालांकि नेट सर्फिग के दौरान आप जिस सर्चइंजन या साइट्स का इस्तेमाल करते हैं, वो कंपनी भी अपनी साख और ग्राहकी बनाए रखने के लिए सुरक्षा के काफी इंतजाम करते हैं। कई सर्च इंजन तो किसी साइट को खोलने से पहले ही आपको ये सूचना दे देती है कि फलां साइट या यह साइट आपके कंप्यूटर को हानि पहुंचा सकती है। ऐसे में यह आप की जवाबदेही बन जाती है कि उन साइट पर सर्फिंग करें या नहीं। नेट सर्फिंग के लिए क्या सुरक्षा के उपाय करने चाहिए इसके लिए हमारे टेक गुरू बता रहें हैं कुछ उपाय




१ ) लोकप्रिय नामों से बचें

नेट सर्फिंग के दौरान प्राय: लोग अपने पसंदीदा चीजों को खोजने में समय बिताते हैं। इन पसंदीदा चीजों को खोजने के चक्कर में प्राय: लोग धोखे का शिकार हो जाते हैं। ऐसी चीजों से सावधान होने की जरूरत है। कई बार गूगल की गलत स्पैलिंग या एमएसएन से मिलते-जुलते नाम से धोखा देते सर्चइंजन भी ईसर्फिग के दौरान हानि पहुंचाने का काम कर सकते हैं। इनसे परहेज करना चाहिए।

२ ) फ्री में एंटीवॉयरस प्रोग्राम डाउनलोड करने का लोभ

एक प्रसिद्ध कहावत है कि ....माया मिली न राम। कई बार नेट सर्फिग के दौरान आपके कंप्यूटर को हानिकारक वॉयरस से बचाने का दावा करने वाले पॉपअप आते रहते हैं। ये आपके कंप्यूटर को खतरे में बताते हुए संकटमोचक के रूप में एंटीवॉयरस प्रोग्राम मुफ्त डाउनलोड करने का न्योता देते हैं। इनका कतई भरोसा न करें। क्योंकि फ्री के चक्कर में आपको कुछ भी हासिल न होगा। उल्टे आपको अपने कंप्यूटर के हार्डडिस्क, और महत्वपूर्ण फाइलों से हाथ धोना पड़ सकता है।

३ ) आकर्षक गेम्स का प्रलोभन

इन दिनों इंटरनेट गेमिंग का जमाना है। प्राय: साइबर कैफे या घरों में ऑन लाइन गेम खेलते हुए युवा वर्ग नजर आ जाते हैं। देखा गया है कि ज्यादातर कंप्यूटरों में बेहद लुभाते गेम्स, लुभावने चित्रों और एडल्ट मैटिरियल में रुचि दिखाने के दौरान लोगों के कप्यूटर में खतरनाक वायरस का प्रवेश हो जाता है। अत: ऑन लाइन गेम खेलते समय सावधानी बरतें अथवा इनसे बच कर रहें।

४ ) व्यक्तिगत सूचनाएं न दें ( personal Info )

सॉफ्टवेयर डाउनलोड करने या किसी ऑनलाइन प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए कई बार यूजर से उनकी व्यक्तिगत सूचानाएं मांगी जाती है। हमेशा ध्यान दें कोई फार्म भरने के समय आप किसी को इंटरनेट पर अपनी व्यक्तिगत सूचनाएं उपलब्ध न कराएं। क्योंकि हो सकता है कि आप साइबर अपराधी के निशाने पर हों। अन्य लोगों के सामने आर्थिक सूचना जैसे क्रेडिट कार्ड, बैंक का पिन कोड या पासवर्ड देने से ये आपको बड़ी आर्थिक क्षति पहुँचा सकते हैं।

५ )  पॉपअप को करें ब्लॉक

इसी तरह पॉपअप के जरिए या थर्ड पार्टी डिमांड को बाधित करके भी आप अपने कंप्यूटर लैपटॉप और मोबाइल को हानिकारक साइटों के प्रकोप से बचा लकते हैं

६ ) फिशिंग फिल्टर 

इंटरनेट से आने वाले खतरनाक वायरसों से अपने कंप्यूटर या लैपटॉप को बचाने के लिए इंटरनेट एक्सप्लोरर पर फिशिंग फिल्टर की व्यवस्था करें, जिससे हर खुलने वाली साइट या नेट पन्ने के फालतू पॉपअप से आप अपने कंप्यूटर को सुरक्षित रख सकें।


धन्यवाद  :) 














क्या आप फेसबुक, ओर्कुट और मायस्पेस जैसी सोश्यल नेटवर्किंग साइटों को एक खुली किताब की तरह मानते हैं? क्या आपको लगता है कि आपके द्वारा पोस्ट की गई हर जानकारी मात्र आपके मित्रों तक ही पहुँच रही है? तो एक बार फिर सोचिए.


सोश्यल नेटवर्किंग साइटें "गुप्त" नहीं होती है. ये खुली किताब की तरह हो सकती है परंतु उनके लिए जो लोगों की जानकारियाँ चुराना चाहते हैं.



सोश्यल नेटवर्किंग साइटों पर अपनी प्रोफाइल बनाते समय अत्यंत निजी जानकारियों को गुप्त ही रखना हितावह होता है. एक साइबर विशेषज्ञ डेव वाईटलेग ने फेसबुक पर पोस्ट ना करने जैसी 10 जानकारियों के बारे में लिखा है. उनमें से हमने चुनी ऐसी 7 जानकारियाँ जो वाकई में गुप्त रखी जानी चाहिए.



जन्मस्थान और जन्मतिथि





 फेसबुक तथा अन्य सोश्यल नेटवर्किंग साइटों पर प्रोफाइल बनाते समय यह जानकारी नहीं लिखनी चाहिए. क्योंकि अमूमन हम ईमेल खातों को बनाते समय गुप्त प्रश्न के जवाब में अपना जन्मस्थान ही चुनते हैं. इस तरह से अपने जन्मस्थान की जानकारी सार्वजनिक कर देने से आप ओनलाइन चोरी का शिकार हो सकते हैं.  




अपनी माँ का नाम




अपनी परिवार के सदस्यों की जानकारी हो सके तो ना भरें. विशेष रूप से माँ का नाम, क्योंकि ईमेल खातों तथा अन्य स्थानों पर गुप्त प्रश्न बनाते समय जो एक सवाल आपसे पूछा जाता है वह यह भी होता है.  




अपना पता



अपना वास्तविक पता सार्वजनिक ना करें. क्योंकि आप नहीं जानते कि कौन आपकी जानकारियाँ पढ रहा है.  




निजी तस्वीरें पोस्ट ना करें 





अपने बच्चों की तथा अपने परिवार के निजी कार्यक्रमों की तस्वीरें पोस्ट ना करें (फेसबुक जैसी साइट पर आप अपने एल्बम को मात्र मित्रों के साथ साझा कर सकते हैं). हितावह यह है कि आप पिकासा या फ्लिकर जैसी साइटों पर तस्वीरें अपलोड करें जहाँ आप अपने फोल्डर को "प्राइवेट" रख सकते हैं (हालाँकि यह भी एकदम सुरक्षित तो नहीं है).  




अपनी छुट्टी की जानकारी






फेसबुक जैसी साइट पर आप छुट्टियों में कितने दिन शहर से बाहर जा रहे हैं और इस बीच घर पर कोई होगा कि नहीं यह जानकारी सार्वजनिक ना करें. 





अभद्र भाषा





सोश्यल नेटवर्किंग साइटों पर किसी पर भी आरोप ना लगाएँ, अभद्र भाषा का उपयोग ना करें और मजाक में ही सही परंतु अपने किसी भी मित्र की तस्वीर पोस्ट ना करें. यह सब कानूनी रूप से आप के खिलाफ जा सकता है.  





स्विकारोक्ति





किसी बात को लेकर ग्लानी का अनुभव कर रहे हैं और लोगों के सामने उसे कबूल करना चाहते हैं? सोश्यल नेटवर्किंग साइटें वह स्थान नहीं है. अपनी निजी बातों को इस तरह की साइटों पर ना लिखें.







 ( ये कुछ ऐसी बातें हैं जो आम तौर पर हमारे ध्यान से बाहर चली जाती है और इससे हमारी गोपनियता भंग हो सकती है. ध्यान रखिए सोश्यल नेटवर्किंग साइटें अपने मित्रों और परिवार के सदस्यों के साथ सम्पर्क में रहने का अच्छा माध्यम है. परंतु वह गुप्त नही है. )

xp backup

आप की सिस्टम में जब कोई फाइल करप्ट हो जाती हे, सिस्टम स्लो हो जाती हे, बार बार हेंग होती हे तब आप उसे हल करने की कोशिश करते हे पर अगर तकलीफ का कोई हल नहीं मिलता तो आपको मजबूरन आपकी सिस्टम फॉर्मेट करना पड़ता हे, जो की काफी समय लेता हे पहेले फोर्मेट करने के लिए ४०-४५ मिनिट और फिर मधरबोर्ड के ड्राइवर वगेरा इंस्टाल करने के बाद जिस सोफ्टवेअर की जरुरत हे उस सोफ्टवेअर को इंस्टाल करना, मतलब की अगर आपको कम सोफ्टवेअर की जरुर हे तो भी आपका १.५ या २ घंटा पक्का

तो अब आपको अपनी सिस्टम को बार बार फॉर्मेट करने की कोई जरुरत नहीं हे क्योकि इसका एक हल में आपको दिखा रहा हु....

सबसे पहेले आप लोग इस फाइल को डाउनलोड करे. बहोत छोटी सी फाइल हे. 


अब इस फाइल क किसी भी ISO BURN सोफ्टवेअर से BURN करले ( ULTRA ISO, MAGIC ISO, NERO जेसे किसी भी सोफ्टवेअर से ये BURN कर सकते हे. )



अब CD को BURN करने के बाद आप घोस्ट नामक executable अर्थात ghost.exe को रन कराते हे तो आपको एक वेलकम स्क्रीन मिलेगी आपको यहा पर ओके पर क्लिक करना हे या एंटर दबाना हे


ghost Backup
घोस्ट वेलकम  स्क्रीन



 उसके बाद या तो आप माउस से यहा जाये -local>partition>to image 

ghost Backup
घोस्ट  सेटअप
 यह बटन दबाते ही अगली स्क्रीन पर आपको सिस्टम से जुडी हुयी सारी हार्ड डिस्क कि लिस्ट नजर आएँगी |इसमें से आप अपनी हार्ड डिस्क को माउस द्वारा सिलेक्ट कीजिये ,यदि आपके सिस्टम में एक ही हार्ड डिस्क लगी हुयी हो तो सीधे सीधे यहा एंटर दबाए


ghost Backup
Hdd partition


 जैसे ही आप हार्ड डिस्क सिलेक्ट करेंगे तो अगली स्क्रीन पर आपको उस हार्ड डिस्क के पार्टीशन नजर आयेंगे,  इसमें से आपको उस पार्टीशन पर क्लिक करना हे जिसमे ऑपरेटिंग सिस्टम (जैसे कि विन्डोज़) इंस्टाल किया हुआ हे,  सामान्यतः यह प्राईमरी पार्टीशन सी ड्राइव ही होता हे इसलिए लिस्ट में पहले नम्बर पर यही होगा, पार्टीशन सिलेक्ट करने में किसी प्रकार का कनफयूजन होने पर volume label चेक कर सकते हे

 
ghost Backup
select HDD





पार्टीशन को सिलेक्ट करके ओके पर क्लिक कीजिये |याद रहे जब तक आप किसी पार्टीशन को सिलेक्ट नही करेंगे ओके का बटन हाई लाईट नही होगा


ओके पर क्लिक करने के बाद आपको इमेज सेव करने के लिए ड्राईव को ब्राउस करना हे,
इस कार्य के लिए दिए गए चित्र में नीचे कि और मुह वाले त्रिभुज पर क्लिक कीजिये और पार्टीशन लिस्ट में से कोई भी पार्टीशन सिलेक्ट कर लीजिए, याद रहे जिस पार्टीशन कि इमेज बना रहे हे उसके अतिरिक्त कोई अन्य पार्टीशन ही सिलेक्ट करना हे, क्यूंकि जिस पार्टीशन की इमेज होगी वो उसी पार्टीशन पर सेव नही हो सकती.




ghost Backup
Select Drive
 

 पार्टीशन सिलेक्ट करने के बाद फाइल नेम वाली जगह पर चित्र में दिखाए गए स्थान पर इमेज का नाम दीजिए |आपकी इमेज फाइल इसी नाम से सेव होगी |चित्र के अनुसार उदाहरण के लिए हमने इमेज का नाम backup रखा हे


ghost Backup
save Image
  
इमेज का नाम टाइप करने के बाद एंटर दबाने के बाद आपके सामने एक संदेश आएगा जिसमे आपसे पूछा जायेगा कि क्या आप इस इमेज फाइल को कम्प्रेस करना चाहते हे,
यहा आपको high पर क्लिक करना हे या h दबाना हे, ध्यान रहे कि इमेज जितनी अधिक कम्प्रेस होगी उतना ही इसका size छोटा होगा, इसको सेव होने में अधिक समय लगेगा परन्तु इस इमेज से ऑपरेटिंग सिस्टम इंस्टाल होने में उतना ही कम समय लगेगा



ghost Backup
backup Image

 अब आपके सामने एक संदेश आएगा जिसमे प्रोग्राम आपसे यह कन्फर्म करेगा कि क्या आप वास्तव में इस पार्टीशन कि इमेज बनाना चाहते हे,  यहा आपको या तो yes पर क्लिक करना हे या फिर y दबाना हे, और y दबाते ही आपकी इमेज सेव होनी शुरू हो जायेगी  इसमें अच्छा खासा समय लगेगा


ghost Backup
yes


ये प्रोसेस खतम होते ही आपकी इमेज बन जायेगी.… 

ghost Backup
Start Backup



   Finish 





 अभी जबी  बी    तुम्हे  इमेज  रेस्टोर  कर  ना  हे  तो  . घोस्ट  की  CD  डाले  और  जहा भी तुमने विंडो  का  इमेज  बैकप  ली हे  उसे  रेस्टोर  कर  दो  सिर्फ़े  १०  मीन  में  आपका  कंप्यूटर  फॉर्मेट  होकर  Load  हो जाये  गा। 



धन्यवाद 


 

Powered by Blogger.